अब छोड़ ये बहाना जिंदगी
कभी घर भी आना जिंदगी
तू मिलेगी कभी तो पूछेंगे
हैं कहाँ तेरा ठिकाना जिंदगी
कभी घर भी आना जिंदगी
तू मिलेगी कभी तो पूछेंगे
हैं कहाँ तेरा ठिकाना जिंदगी
गर मिले तो मौत
अच्छी हैं
हैं हादसों का फ़साना जिंदगी
तेरी भी उम्र बहुत बीत चुकी
तुझे क्या समझाना जिंदगी
सोचता हूँ तो याद आता हैं
वो तेरा
मुस्कुराना जिंदगीहैं हादसों का फ़साना जिंदगी
तेरी भी उम्र बहुत बीत चुकी
तुझे क्या समझाना जिंदगी
सोचता हूँ तो याद आता हैं
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