tag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post5516148346338500582..comments2023-08-08T19:18:25.122+05:30Comments on उद् घोष ..........: धूप ....हो न तुमहरीश भट्ट http://www.blogger.com/profile/08494903091515967137noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post-3258956916055046162011-05-26T15:32:50.962+05:302011-05-26T15:32:50.962+05:30waah........lajawab.waah........lajawab.Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00370922426225936696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post-25612505593714476852011-05-20T06:25:44.757+05:302011-05-20T06:25:44.757+05:30बहुत सुंदर है हरीश सर ....आदत .....सहस्तित्व ...बहुत सुंदर है हरीश सर ....आदत .....सहस्तित्व ...स्वाभिमान ....वियोग .....सभी भावनाओ को समेटे हुए ..ये रचना उत्तम है .<br />आत्मा को छु लेती है ..<br />बहुत बधाई ....इस प्यारी रचना का सृजन करने के लिए आपकोनीलांशhttps://www.blogger.com/profile/06348811803233978822noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post-50506235400500603912011-05-20T00:12:47.300+05:302011-05-20T00:12:47.300+05:30बहुत सुन्दर अभिव्यक्तिबहुत सुन्दर अभिव्यक्तिसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post-87586177594309054422011-05-19T21:09:42.584+05:302011-05-19T21:09:42.584+05:30शब्द नहीं मेरे पास इस रचना की तारीफ में हर शब्द छो...शब्द नहीं मेरे पास इस रचना की तारीफ में हर शब्द छोटे से लगते हैं | बहुत ही अच्छी लगी रचना दिल को छू गई बिलकुल ऐसा लगा मानो मेरे मन की लिख दी हो आपने सच में धुप की तरह हीं कई बार कुछ लोग मिलते हैं कई परिस्थितियां आती हैं जो असहज सी करती हैं और फिर जब हमे उनकी आदत पड़ जाती है हमारे जीवन का हिस्सा बन जाती हैं वो परिस्थितियां या वे लोग तब धीरे धीरे उनका हमसे दूर हो जाना बहुत खलता हैAlokita Guptahttps://www.blogger.com/profile/09633732245477861725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post-86997944390028146852011-05-19T20:23:37.209+05:302011-05-19T20:23:37.209+05:30बहुत सुन्दर भावमयी रचना..बहुत सुन्दर भावमयी रचना..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post-90511835883299122552011-05-19T17:58:10.987+05:302011-05-19T17:58:10.987+05:30छानकर आती धूप , इधर से उधर बलखाती धूप और ............छानकर आती धूप , इधर से उधर बलखाती धूप और ......... इस नायिका के साथ दिन की मधुरता , बहुत सुन्दररश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post-22123680546224194682011-05-19T16:58:33.839+05:302011-05-19T16:58:33.839+05:30सुन्दर भाव प्रवण कवितासुन्दर भाव प्रवण कवितासंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-557233177603765830.post-46078464988323032912011-05-19T16:57:08.118+05:302011-05-19T16:57:08.118+05:30भावप्रवण कविता.......लाजवाब अभिव्यक्ति.भावप्रवण कविता.......लाजवाब अभिव्यक्ति.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com